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Indian History Notes PDF in Hindi 2022 Free Download

By admin

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Indian History Notes PDF in Hindi 2022 Free Download
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Indian History Notes PDF in Hindi 2021-2022 – दोस्तों जैसा की आप लोग जानते है कि आज कल होने वाली किसी भी परीक्षा में बहुत सी विषय से indian history notes pdf से प्रश्न पूछे जाते है और इन्ही सब्जेक्ट्स में से एक इम्पोर्टेन्ट subject होता है History। ये एक ऐसा विषय होता है कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में Indian History Notes PDF in Hindi से इसके प्रश्न ज़रुर पूछे जाते है। अगर हम अपने देश के इतिहास की बात करे तो हमारे देश का इतिहास बहुत पुराना है और बहुत बड़ा है हमारे देश के इतिहास में बहुत से राजाओ ने शासन किया और बहुत से परिवर्तन हुए और इस सभी के बारे में पूरी जानकरी याद कर पाना बहुत मुश्किल काम है।

Indian History Notes PDF in Hindi 2022 Free Download

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अगर आप अपने एग्जाम की तैयारी कर रहे है तो आप इतना जान लो कि आप notes of indian history in hindi के बारे में जितना पढ़ लो वो पुरे इतिहास के सामने कम ही होता है। आज यहाँ आपको indian history notes pdf in Hindi इतिहास से जुड़े हुए कुछ topic मिलेंगे जो आपके competition के एग्जाम में काफी महत्वपूर्ण साबित होगे। ये टॉपिक्स आपके SSC, CHSL, PCS, UPSC, Railway जैसे एग्जाम में काफी मदद करेगे। अगर आप अपने एग्जाम में इंडियन हिस्ट्री से जुड़े हुए प्रश्नों के जवाव आसानी से देना चाहते है तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरुर पढ़े और अपने एग्जाम में सफल हो। आशा करता हूँ आपको ये जानकरी पसंद आएगी।

Topics About Indian History Notes In Hindi

Book Name:  Indian History Notes
Size: 54MB
Total Number of Pages: 109
Quality: Excellent
Format: PDF
Language:  Hindi
Writer/Owner: Sankalp Publication

प्राचीन भारतीय इतिहास

भारत के प्राचीन इतिहास को तीन भागों में डिवाइड किया जाता है इसमें पहला है “प्रागैतिहासिक काल” इसमें पाषाण काल की सभी बातों जो रखा जाता है और इस कल में होने वाली सभी घटनाओं को बताया जाता है इसके बाद दूसरा “आद्ध एतिहासिक काल” आता है इसमें सैंधव सभ्यता जिसका दूसरा नाम हडप्पा सभ्यता भी है उसके बारे में पूरी जानकरी होती है, और तीसरा है “पूर्ण एतिहासिक काल” इस काल का आरंभ मौर्य काल से होता है और इसमें मौर्य वंश के बारे में सभी जानकारी मिलती है।

आधुनिक भारत का इतिहास

इस काल का आरंभ 1700 ईस्वी से हुआ जब देश में मुग़लों का शासन अंग्रेजो द्वारा छिना जा रहा था। भारत की आज़ादी की सभी कहानी और इसके बाद का सभी इतिहास इसी काल आता है।

सिन्धु घाटी सभ्यता

ये सभ्यता 2400 ईसा पूर्व पुरानी है, इस सभ्यता की खोज रायबहादुर दयाराम साहनी ने की थी। ये सभ्यता नगरीय सभ्यता थी। इस सभ्यता के अंतर्गत मोहन जोदड़ो, हड़प्पा सभ्यता आदि कई सभ्यताये इसी कल की है। इस सभ्यता से कई तरह की वस्तुएँ प्राप्त हुई है।

भारतीय संस्कृति पर यूनानी प्रभाव

इस काल के अंतर्गत भारतीय संस्कृति पर पड़ने वाले यूनानी प्रभाव का वर्णन किया गया है इसमें बताया गया है।

भारत पर आक्रमण के कारण

भारत पर विदेशी आक्रमणों के कई कारण थे जैसे कि भारत के धनी देश होने की जानकारी, जिससे आस पास के सभी देशो को भारत पर आने का लालच हुआ। भारत पर विदेशी आक्रमण का ये सबसे बड़ा कारण था।

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बाबर का भारत पर आक्रमण और लड़े गए प्रमुख युद्ध

  • बाबर, तैमुर लंग का पोता था और ये सोचता था की चंगेज खां उसका पूर्वज था और वो उसकी तरह अपना साम्राज्य बनाना
    चाहता था इसी लिए उसने अपने जीवन में कई युद्ध किये जिसमे से कुछ फेमस युद्ध पानीपत का युद्ध इब्राहिम लोधी से 1526 ईस्वी में हुआ था जिसमे बाबर की जीत हुई थी।
  • दूसरा खानवा का का युद्ध जो 17 मार्च 1527 को राणा सांगा से हुआ इसमें भी बाबर की
    जीत हुई थी, और एक चंदेरी का युद्ध जो 21 जनवरी 1528 को राजपूतो से हुआ था जिसमे भी बाबर की जीत हुई थी इस युद्ध में बाबर की सेना ने एक रात में राजपूतो की सुरक्षा में बनी एक पहाड़ी को काट कर उन पर हमला कर दिया था।

गुप्त वंश (320-48 ई।)

इस वंश की स्थापना श्री गुप्त ने की थी इस वंश ने लगभग 510 ईस्वी तक शासन किया, आरंभ में इस वंश का शासन केवल मगध पर था लेकिन फिर बाद में पुरे उत्तर भारत पर अपना राज्य स्थापित कर लिया था। इस वंश में कई प्रतापी राजा हुए जिसमे से चन्द्रगुप्त द्वतीय इस वश का प्रतापी राजा था बाद में इसका नाम “विक्रमादित्य” पड़ा जो बहुत फेमस हुआ।

लोदी वंश (1451 से 1526 ई।)

इस वंश की स्थापना पंजाव से शुरू हुई इसमें कई अफगान सरदारों ने पंजाब में अपनी सेना बनाई और इन सरदारों का संस्थपक हि बहलोल लोदी था जिसने लोदी वंश की स्थापना की। बहलोल लोदी अपने निडर स्वभाव और अपनी युद्ध नीतियों के कारण ही फेमस हुआ और जल्दी हि उसने पुरे पंजाब पर अपना अधिकार कर लिया था।

हुमायूं द्वारा लड़े गए युद्ध :

हुमायु एक मुग़ल शासक था इसका जन्म 1508 में हुआ था। ये 23 साल की उम्र में सिंहासन पर बैठा। इसका सबसे प्रसिद्द युद्ध चौसा का युद्ध था जो हुमायु और शेरशाह सूरी के बीच 1539 को लड़ा गया था। लेकिन वो इस युद्ध में हार गया था। इसके बाद हुमायु द्वारा बिलग्राम का युद्ध लड़ा गया जिसमे हुमायु फिर से हर गया और उसे भारत छोड़ना पड़ा। इसके कुछ युद्ध देवरा का युद्ध जो 1531 में लड़ा गया।

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औरंगजेब के समय के प्रमुख विद्रोह

औरंगजेब के समय में कई विद्रोह हुए जिनमे से कुछ फेमस विद्रोह जाटो का विद्रोह जिसकी शुरुआत आगरा और दिल्ली में बसे हुए जाटो ने की थी। इसके बाद 1685 ईस्वी में जाटो ने दूसरा विद्रोह किया। दूसरे विद्रोह का नाम सतनामी विद्रोह था जो 1672 ईस्वी को मथुरा के निकट किया गया था।

यूरोपीय कंपनियों का भारत पर आगमन

भारत में सबसे पहले पुर्तगाली आयें जो केवल व्यापार करने आये थे इस व्यापार से पुर्तगालियों को काफी फायदा हुआ जिससे विदेश से आने
वाले लोगो की संख्या बदती गई। पुर्तगालियों के बाद भारत में डच आयें ये सामान्यता नीराद्लैंड और होलैंड के निवासी थे। इसके बाद भारत में फ़्रांसीसी आये। पहले शुरुआत में ये सभी भारत में व्यापारिक इरादे से आते थे।

Notes of indian history in hindi 2022 Download Download

ये था हमारा आज का आर्टिकल जिसमे हमने Indian History Notes 2021-2022 Hindi को आपके साथ शेयर किया जो की आपके exam की तैयारी के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है |अगर आपको इसके अलावा किसी अन्य बुक PDF की जरूरत हो तो आप हमे कमेंट कर  जल्द आपको बुक अपनी साइट पर उपलब्ध कराएंगे

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